नम आँखों का पैगाम समझ लो,
कह नहीं सकते बात समझ लो,
न जाओ छोड़कर बीच राह में,
भरे दिल का एहसास समझ लो,
कह नहीं सकते बात समझ लो,
न जाओ छोड़कर बीच राह में,
भरे दिल का एहसास समझ लो,
कुछ दिल से,दिल के लिये, दिल की बात.......
तेरी तिरछी नज़र का तीर ,ये क्या कर गया ।
पत्थर समझते थे,पिघला के मोम कर गया ॥
बहुत खूब है ऐ इश्क तेरी फ़ितरत, हम मर रहे हैं और उनको खबर भी नही ।
मुडकर ना देखा उन्होने आज तलक, हमारी आहों में इतना असर भी नही ॥
गम तेरा ले लेंगे हम, खुशियां अपनी तुझको दे जायेंगे ।
खून के घूंट पी लेंगे हम,दुनिया अपनी तुझको दे जायेंगे ।।
मैने रोकना तो चाहा था,अपने इस दिल को लाख मगर ।
ये मुमकिन न था, कि तेरी मुस्कुराहट हो जाये बेअसर ॥